विश्व एक विद्यालय
देशप्रेम
प्रेम तो बहुत होते हैं मगर
देश प्रेम से अच्छा है क्या
स्वाद चखा है जिन्होंनें देश प्रेम का
आत्मा तृप्त हो गई उनकी सारी
आओ करें तुलना प्रेम की
भारत माता के सच्चे प्रेम की
करती है प्रेम इतना
बयां कर सकता नहीं जितना
भगत सिंह चंद्रशेखर और सुभाष की जननी है यह
तारीफ करूं मैं जितनी उतनी ही कम है
चाह नहीं मुझे और किसी प्रेम की
फीके है सब आगे देश प्रेम के
मेरी भारत माता चाहती है मुझे इतना
चाहे ना और किसी को जितना
एक वादा निभाना है
भारत माता को विश्व खिताब दिलाना है
Gunjan Kamal
24-Jun-2023 11:33 PM
👌👏👍🏼
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वानी
18-Jun-2023 05:44 PM
Babut khoob
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ऋषभ दिव्येन्द्र
17-Jun-2023 10:13 AM
बहुत खूब
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